भाषण/ एंकरिंग/ प्रस्तुति की शुरुआत कैसे करें
हम सभी को जब भी किसी सामाजिक समारोह या कुछ लोगों के सामने बोलना पड़ता है,तो हमारे दिमाग का सबसे बड़ा कंफ्यूजन यह होता है कि हम अपनी बात की शुरुआत कैसे करें।
ऐसा माना जाता है कि आपके द्वारा बोला गया पहला शब्द ही आप की अंतिम पहचान बनाता है। आप अपने शुरुआत करने के तरीके से अंत तक लोगों के दिल में छाए रहते हैं।अगर आपकी शुरुआत बेहतरीन है तो यकीन मानिए किसी भी कार्यक्रम /भाषण या प्रस्तुति में आपके बाजी मारने की उम्मीद शत प्रतिशत हो जाती है। आप की शुरुआत पर यह निर्भर करता है कि श्रोता आपकी बात को अंत तक सुनने में रुचि दिखाते हैं या नहीं।
किसी भी भाषण प्रस्तुति या एंकरिंग में अपने भाषण की शुरुआत का तरीका बेहद सावधानी से चुनना चाहिए।आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि किस तरह से आप अपनी बात की शुरुआत बेहद शानदार ढंग से कर सकते हैं।
1. उद्धरण यानी quotation
किसी भी भाषण/ वाद-विवाद अथवा प्रस्तुति की शुरुआत में किसी उद्धरण को बोलकर आप अपनी बात अधिक रुचिकर बना सकते हैं। हालांकि,यह अब तक उपयोग होने वाला सबसे पुराना पारंपरिक तरीका है।उद्धरण को प्रभावी बनाने के लिए कोई ऐसा quotation चुनें, जो मौके से मेल खाता हो व लोगों के बीच में प्रचलित कम हो।
उदाहरण -"मसला जब भी उठा चिरागों का, फैसला सिर्फ हवा करती है।"
2.कविता
किसी भी कविता की चंद पंक्तियों से यदि आप शुरुआत करते हैं, तो यह आपकी बात में जान डाल देती है। यह कविता किसी प्रसिद्ध कवि की हो सकती है या आपकी स्वरचित भी कविता हो सकती है।अगर आप यह बताते हुए कविता पाठ करेंगे कि आपकी स्वरचित कविता है, तो यह आपके व्यक्तित्व को और प्रभावशाली बना देगा।
3.किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति द्वारा बोली गई पंक्ति
यदि आप किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति द्वारा बोली गई पंक्ति को दोहराते हैं,तो यकीनन आप उस व्यक्ति की महानता से भी अपने शब्दों को सजा देते हैं।ये आपके भाषण में चार चांद लगा देता है।
उदाहरण - डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था, "इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए यह जरूरी है"।
4.चुटकुला
यदि आप किसी अनौपचारिक या अर्ध-औपचारिक कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं,तो आप इसकी शुरुआत किसी व्यंग्यात्मक अथवा हंसी से भरे वाक्य से भी कर सकते हैं।यह आपके आसपास एक हल्का व खुशनुमा माहौल तैयार कर देता है।
5. मिलता जुलता प्रश्न पूछे ं
अगर आप अपनी प्रस्तुति की शुरुआत अपने विषय अथवा कार्यक्रम से जुड़े किसी साधारण से सवाल से करते हैं, यह आपके श्रोताओं पर अच्छा प्रभाव डालता है।यह प्रश्न सीधा श्रोताओं से किया जाता है और खुले दिल से उनके उत्तरों का स्वागत किया जाता है।
उदाहरण - अगर आप पर्यावरण दिवस से संबंधित कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं,तो आप यह पूछ सकते हैं कि विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है।
6.तथ्य
अगर आप अपने प्रस्तुति की शुरुआत किसी मजबूत सांख्यिकी तथ्य अथवा प्राकृतिक तत्व से करते हैं, तो यह श्रोताओं को यह संदेश देता है कि उनके सामने खड़े होकर बोलने वाला व्यक्ति मजबूत तैयारी के साथ आया है। यह उनको आपकी आवाज सुनने के लिए मजबूर कर देता है।
7.अनुभव बताएं
एक अनुभवी व्यक्ति का स्वागत हमेशा खुले दिल से किया जाता है। अगर आप अपनी बात की शुरुआत अपना कोई अनुभव बताते हुए या फिर उस कार्यक्रम की तैयारी में कोई महत्वपूर्ण अनुभव यदि आप ने बनाया है। उसको लोगों को बताएं,तो दर्शक आपको खुद से और अधिक जोड़ पाने में कामयाब हो जाते हैं। यह आपकी बातचीत को और प्रभावी बना देता है।
8. प्रसिद्ध व्यक्तियों के विचार
प्रसिद्ध व्यक्तियों की राय पत्थर की लकीर जैसी होती है जिस पर हर कोई विश्वास करता है।यदि आप अपने भाषण, प्रस्तुति अथवा एंकरिंग में उनकी किसी राय का जिक्र करते हैं। आपकी बात की मजबूती को और बढ़ा देता है।
9.कल्पना
जब कार्यक्रम की शुरुआत में आप अपने श्रोताओं से कहते हैं कि आप सभी थोड़ी देर के लिए अपनी आंखें बंद करिए और सोचिए कि अगर ऐसा हो।ऐसा करने से श्रोताओं को एक अलग अनुभूति होती है और आप उनके दिल में अपनी अमिट छाप बना लेते हैं।
10.अगर ऐसा होता
"अगर ऐसा होता वाक्य" आजकल वक्ताओं की पसंद बना हुआ है। इस तरीके से आप अपने श्रोताओं से कहते हैं कि 'सोचिए अगर ऐसा होता तो क्या होता।ऐसा करने से पूरा माहौल एक नई दुनिया में प्रवेश कर जाएगा।यह आपकी बात को प्रभावी और बिल्कुल अनूठे अंदाज में पेश करने का मौका देगा।
11.हां /ना प्रश्न
शुरुआत कोई ऐसा पूछकर करें जिसका उत्तर सिर्फ हां या ना में दिया जा सके।ऐसे प्रश्नों को पूछने पर श्रोता बहुत तेजी से हां या ना कर आप का समर्थन करते हैं।यह आपके लोकप्रियता को बढ़ा देता है।
उदाहरण -"क्या आप मेरी आवाज सुनने के लिए तैयार है"।
अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो शेयर करें
Comments
Post a Comment